Yashomati Thakur On Mahayuti : 'अखबार भी तुम्हारा, लश्कर भी तुम्हारा, सरदार भी तुम्हारा, तुम झुठ पे झुठ बोलते जाओ क्यू के अखबार भी तुम्हारा'